"Best Happy Holi Wishes" "होली शुभकामनाएं 2025"
- होलिका की मृत्यु कैसे हुई?
- होलिका दहन में नारियल क्यों डालते हैं?
- होली में आग कैसे लगी?
- होली कब है?
- पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 13 मार्च 2025 को सुबह 10:35 मिनट
- पूर्णिमा तिथि समाप्त: 14 मार्च 2025 को दोपहर 12:35 मिनट
- होलिका दहन: 13 मार्च की रात
- रंगों की होली: 14 मार्च 2025
होलिका की मृत्यु प्रह्लाद को जलाने के प्रयास में हुई। पौराणिक कथा के अनुसार, होलिका को एक वरदान प्राप्त था कि अग्नि उसे जला नहीं सकती। राजा हिरण्यकशिपु ने अपने पुत्र प्रह्लाद को मारने के लिए होलिका को आदेश दिया कि वह उसे गोद में लेकर अग्नि में बैठ जाए।
लेकिन भगवान विष्णु की कृपा से प्रह्लाद सुरक्षित रहे, जबकि होलिका जलकर भस्म हो गई। इसका कारण यह था कि वरदान का प्रभाव तभी था जब होलिका अकेले अग्नि में बैठती, परंतु उसने प्रह्लाद को जलाने के लिए इसका दुरुपयोग किया, जिससे वह स्वयं जल गई।
होलिका दहन में नारियल डालने की परंपरा समृद्धि, शुभता और पवित्रता का प्रतीक मानी जाती है। नारियल को श्रीफल भी कहा जाता है, जो देवी-देवताओं को अर्पित किया जाता है। मान्यता है कि नारियल चढ़ाने से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। साथ ही, यह एक शुभ संकेत होता है कि बुराई का नाश होकर जीवन में अच्छाई और खुशहाली आए।
होली में आग लगाने की परंपरा होलिका दहन से जुड़ी हुई है। यह परंपरा उस कथा पर आधारित है जिसमें भक्त प्रह्लाद को मारने के लिए होलिका आग में बैठी थी, लेकिन खुद जलकर भस्म हो गई। इसी घटना की स्मृति में लोग लकड़ियां, उपले और अन्य जलने वाली सामग्रियों से होलिका तैयार करते हैं और उसमें अग्नि प्रज्वलित करते हैं, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
द्रिक पंचांग के अनुसार, 2025 में होली 14 मार्च को मनाई जाएगी, जबकि होलिका दहन 13 मार्च की रात को होगा।
यह पर्व प्रेम, सौहार्द और रंगों का उत्सव होता है, जिसमें सभी लोग मिलकर खुशियां मनाते हैं। आप इसे भी पढ़ें, Holi 2025: होली को लेकर बना हुआ है असमंजस ? तो यहां जानें सही डेट से लेकर होलिका दहन का मुहूर्त
1. रंगों की बौछार में खुशियों की बहार
होली के रंगों में खुशबू बसी है,
हर दिल की धड़कन हंसी बसी है।
सपनों को साकार करने का पल है,
हर रंग में छिपा एक नया कल है।
खुशियों से भरी हो आपकी होली,
जीवन में खिलें नए फूलों की डोली।
2. रंग बरसे, मन हर्षे – होली की बधाई
रंगों में भीगे ये मौसम सुहाना,
हर कोई लगे हमें दीवाना।
खुशियों के रंग बरसाए गगन,
सज जाए सारा ये प्यारा वतन।
होली की शुभकामनाएं सदा,
आपके जीवन में हो रंगों की धरा।
3. प्यार, उमंग और उत्साह का त्योहार
गुलाल उड़े, चंदन महक जाए,
संगीत बजे, मन मचल जाए।
होली के रंग गहराए ऐसे,
हर चेहरा खिले, हर ग़म बह जाए।
खुशियों से झूमे ये दुनिया सारी,
रंगों से महकें घर-आंगन हमारी।
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4. रंगों से सजे रिश्तों की डोर
रंग-बिरंगी हो हर बात आपकी,
सपनों से भरी हो सौगात आपकी।
होली में हर मन खिले प्यार से,
जीवन महके खुशबूदार से।
बेरंग न हो कोई कोना दिल का,
खुशहाल रहे हर मंजर सिलसिला।
5. जिंदगी में घुल जाए होली के रंग
रंगों में बसे हर याद पुराने,
संग-साथ बीते वो लम्हे सुहाने।
गिले-शिकवे भूलकर गले लग जाएं,
प्यार से दुनिया को गुलाल लगाए।
खुशियों का हो बसेरा आपके संग,
हर दिन आपकी जिंदगी हो उमंग।
6. होली के गुलाल में मिले अपनों का प्यार
गुलाबी, नीला, पीला, हरा,
हर रंग करे जीवन को सुनहरा।
मौसम ये प्यारा, सुगंधों से भरा,
दिलों में हो प्रेम, न हो कोई खटास जरा।
रंगों की मिठास से झूमे हर कोई,
खुशहाल रहे आपकी होली भी।
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7. उत्साह, आनंद और रंगों का संगम
होली में छिपा है अपनापन,
खुशियों से भरा है हर आंगन।
रंगों की बौछार में मन महके,
बेरंग ज़िंदगी भी रंग पकड़े।
हर दिन हो गुलज़ार प्यार से,
सपने सजे खुशियों की बहार से।
8. भाईचारे की होली हो खास
रंगों की मिठास में घुली हो मोहब्बत,
खुशियों से सजी हो हर एक चाहत।
प्यार की बौछारें बरसे हर गली,
हर दिल गाए होली की मस्त ग़ज़ल।
रंगों की मिठास हो हर जीवन में,
खुशहाली रहे हर इक आंगन में।
9. जीवन में होली के रंग समा जाएं
सपनों के रंग से सजे ये नज़ारे,
हर चेहरे पर हों मुस्कान के धारे।
नफरत को छोड़ो, प्रेम से जी लो,
रंगों से भरकर हर दिल संवारो।
खुशहाल रहें आप, सजे हर आंगन,
रंगों की छटा हो जीवन का दर्पण।
10. जीवन में खुशियों की फुहार हो
रंगों का त्योहार है सबसे प्यारा,
हर रंग है रिश्तों का सहारा।
मिलकर मनाएं होली ऐसे,
दिलों में प्रेम के दीप जले।
मस्ती में हर कोई झूम जाए,
खुशियों से झोली भर जाए।
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11. प्यार से सजे होली के रंग
स्नेह, अपनापन और उल्लास,
होली में दिखे बस यही अहसास।
गुलाल उड़ाएं, रंग लगाएं,
खुशियां बरसाएं, गीत गाएं।
मौसम खिले, मस्ती बहार हो,
हर दिल में स्नेह अपार हो।
12. नफरतें छोड़ें, प्यार से होली खेलें
गिले-शिकवे मिटाएं, दिल से लगाएं,
रंगों की खुशबू में प्रेम जगाएं।
हर कोई गाए सतरंगी गीत,
सपनों में घुल जाए मीठी प्रीत।
रंगों से सज जाए जीवन की डोर,
प्यार भरे रिश्ते हो और भी जोर।
13. नई उमंगों की होली
उम्मीदों के रंग में भीगा समां,
संगीत में घुल जाए प्रेम का जहां।
रंगों की फुहार में प्रेम छलके,
हर आंगन में खुशियां महके।
होली में सजे रिश्तों के तार,
हर घर में बजें प्रेम के सितार।
14. हर दिन रंगीन हो जाए
होली की मस्ती में झूमें दुनिया,
हर मन में छाए प्रेम की धुनिया।
खुशियों की हो बौछार चारों ओर,
रंगों से खिले जीवन का हर मोड़।
होली के रंग जब बरसते जाएं,
हर दिन नया त्योहार बन जाए।
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15. रिश्तों में घुल जाए मिठास
पिचकारी की बौछार संग,
मिठाइयों में घुली हो मिठास संग।
हर कोई झूमे, नाचे गाए,
रंगों में होली का जश्न मनाए।
खुशियों का हो अपार समंदर,
रंगों से खिल उठे हर मंज़र।
16. नए रंगों के साथ होली का जश्न
खुशियों की हो सौगात नई,
रंगों से सजे यह होली कई।
हर कोई रंग में सराबोर हो,
खुशहाल रहें सभी हमसफ़र हो।
मस्ती में झूमें, झूमें जहां,
होली के रंगों से महकता गगन।
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17. उमंग, उल्लास और होली के रंग
रंगों का जादू ऐसा छाए,
हर कोई खुशियों में झूम जाए।
सपनों में बस जाए नई बहार,
दिल में उमंग, रिश्तों में प्यार।
बिन बोले भी हर कोई बोले,
होली की खुशबू हर मन में डोले।
18. गुलाल की सुगंध से महकता आकाश
फूलों से महकती हो आपकी बगिया,
रंगों से सजती रहे आपकी दुनिया।
खुशियों की पिचकारी बरसती रहे,
प्रेम की रंगोली सजती रहे।
हर दिन आपका रंगीन हो जाए,
जीवन में खुशियां हरदम आएं।
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19. रंगों की टोली संग मनाएं होली
रंगों की टोली आई है,
खुशियों की सौगात लाई है।
हर कोई मुस्काए होली में,
प्यार की मिठास आए होली में।
गिले-शिकवे सब मिट जाएं,
होली में सब दिल मिल जाएं।
20. होली के संग प्यार भी बरसे
रंगों से खेलें, खुशियां बांटें,
हर कोई झूमे, मिलकर गाएं।
जीवन में प्रेम के रंग हों प्यारे,
सपनों में सजे हर रंग हमारे।
खुशियों की बौछार हो निरंतर,
रंगों से भर जाए हर इक मंज़र।
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FAQs – होली से जुड़े कुछ सवाल
- होली क्यों मनाई जाती है?
होली का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इसे प्रह्लाद और होलिका की पौराणिक कथा से जोड़ा जाता है, जिसमें भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए भगवान विष्णु ने होलिका का अंत किया। यह पर्व रंगों, प्रेम और सौहार्द का संदेश देता है, जिसमें लोग आपसी भेदभाव भुलाकर रंग खेलते हैं।
- होली के मुख्य रंग कौन-कौन से होते हैं?
होली के मुख्य रंग लाल, पीला, हरा, नीला, गुलाबी और बैंगनी होते हैं। लाल रंग प्रेम और ऊर्जा का प्रतीक है, पीला रंग भगवान विष्णु और समृद्धि दर्शाता है, हरा रंग नई शुरुआत और खुशहाली को दर्शाता है, नीला रंग भगवान कृष्ण से जुड़ा है, गुलाबी खुशी का प्रतीक है और बैंगनी आत्मिक शक्ति को दर्शाता है।
- होली पर कौन-कौन से पकवान बनाए जाते हैं?
होली पर कई तरह के स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं, जिनमें गुझिया, मालपुआ, दही भल्ले, ठंडाई, पापड़, चिप्स, नमकपारे, शक्करपारे, कचौड़ी, समोसे, पुलाव और मीठे पकवान प्रमुख हैं। ये पकवान त्योहार की मिठास बढ़ाते हैं और होली के रंगों के साथ स्वाद का आनंद देते हैं।
- होली में गुलाल क्यों लगाया जाता है?
होली में गुलाल लगाने की परंपरा भाईचारे, प्रेम और समानता का प्रतीक है। यह रंगों के माध्यम से खुशियों को व्यक्त करने और बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्सव मनाने का तरीका है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, भगवान कृष्ण ने राधा संग रंग खेलकर इस परंपरा की शुरुआत की थी।
- होली का ऐतिहासिक महत्व क्या है?
होली का ऐतिहासिक महत्व प्राचीन भारतीय संस्कृति से जुड़ा है। यह पर्व भक्त प्रह्लाद और होलिका की पौराणिक कथा से संबंधित है, जिसमें बुराई पर अच्छाई की जीत दर्शाई गई है। साथ ही, यह फाल्गुन माह में रंगों के उत्सव के रूप में मनाया जाता है, जो प्रेम, भाईचारे और सामाजिक सौहार्द्र का प्रतीक है।
- होली पर कौन से गीत मशहूर हैं?
होली पर कई मशहूर गीत हैं जो इस त्योहार की खुशी को दोगुना कर देते हैं। "रंग बरसे" (सिलसिला), "होली के दिन दिल खिल जाते हैं" (शोले), "बद्री की दुल्हनिया" (बद्रीनाथ की दुल्हनिया) और "अंग से अंग लगाना" (डर) खास पसंद किए जाते हैं।
- क्या होली सिर्फ भारत में मनाई जाती है?
नहीं, होली सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका, मॉरीशस, फिजी, त्रिनिदाद और टोबैगो जैसे देशों में भी मनाई जाती है। भारतीय प्रवासियों के कारण यह त्योहार दुनियाभर में प्रसिद्ध हो गया है। अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप में भी इसे सांस्कृतिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है।
- होली के दिन क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
होली के दिन सुरक्षित और आनंददायक उत्सव मनाने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं। केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करें, आंखों और त्वचा की सुरक्षा के लिए तेल लगाएं। भीड़भाड़ वाली जगहों पर सतर्क रहें और अनजान लोगों से दूरी बनाएं। शराब या नशीले पदार्थों से बचें, सुरक्षित पानी का प्रयोग करें और बच्चों पर विशेष ध्यान दें। वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं और किसी के साथ जबरदस्ती न करें।
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यह जानकारी मुझे बहुत अच्छी लगी। आपका मैं शुक्रिया करती हूं दिल से यह जानकारी लिखने के लिए, 👌👌👌👌👌🤪🤪✍️🤪🤪
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